Wednesday, April 30, 2014

" जीरा " के चमत्कारीक आयुर्वेदिक प्रयोग

" जीरा " 

Photo: ^ जानिए " जीरा " के चमत्कारीक आयुर्वेदिक प्रयोगों के बारे में 

- जीरा, अजवाइन, सोंठ, कालीमिर्च, और काला नमक अंदाज से लेकर चूर्ण कर लें। इसमें थोड़ी सी घी में भूनी हींग मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट का दर्द ठीक हो जाता है।

- जीरा, अजवाइन और काला नमक का चूर्ण रोजाना एक चम्मच खाने से तेज भूख लगती है और पेट की गैस शांत होती है।

- 3 ग्राम जीरा और 125 मि.ग्रा. फिटकरी पोटली में बांधकर गुलाब जल में या उबाल कर ठंडा किए हुए 10 ग्राम जल में भिगो दें। आंख में दर्द होने पर या लाल होने पर इस रस को टपकाने से आराम मिलता है।

- दही में भूरे जीरे का चूर्ण मिलाकर खाने से डायरिया मिटता है।

- जीरे को नींबू के रस में भिगोकर नमक मिलाकर गर्भवती स्त्री को देने उसका जी मचलाना बंद हो जाता है।

- सिरके के साथ जीरा देने से हिचकी बंद हो जाती है।

- जीरे को गुड़ के साथ खाने से मलेरिया में लाभ पहुंचता है।

- जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत है, जिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर होती है।

- एसीडिटी से तुरंत राहत पाने के लिए, एक चुटकी कच्चा जीरा खाने से फायदा मिलता है।

- ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए छोटा चम्मच पिसा जीरा दिन में दो बार पानी के साथ लें।

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जीराअजवाइनसोंठकालीमिर्चऔर काला नमक अंदाज से लेकर चूर्ण कर लें।इसमें थोड़ी सी घी में भूनी हींग मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट का दर्दठीक हो जाता है।

जीराअजवाइन और काला नमक का चूर्ण रोजाना एक चम्मच खाने से तेज भूखलगती है और पेट की गैस शांत होती है।

जीरे को नींबू के रस में भिगोकर नमक मिलाकर गर्भवती स्त्री को देने उसका जीमचलाना बंद हो जाता है।

-3 ग्राम जीरा और 125 मि.ग्राफिटकरी पोटली में बांधकर गुलाब जल में या उबाल कर ठंडा किए हुए 10 ग्राम जल में भिगो दें। आंख में दर्द होने पर या लाल होने पर इस रस को टपकाने से आराम मिलता है।

दही में भूरे जीरे का चूर्ण मिलाकर खाने से डायरिया मिटता है।

सिरके के साथ जीरा देने से हिचकी बंद हो जाती है।

जीरे को गुड़ के साथ खाने से मलेरिया में लाभ पहुंचता है।

जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत हैजिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमीदूर होती है।

एसीडिटी से तुरंत राहत पाने के लिएएक चुटकी कच्चा जीरा खाने से फायदामिलता है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए छोटा चम्मच पिसा जीरा दिन में दो बार पानीके साथ लें।

बुरे सपने आते हों तो




भूख बढाने के कुछ असरदार नुस्खे

भूख बढाने के असरदार नुस्खे

Photo: ^ भूख बढाने के कुछ असरदार नुस्खे

* भूख नही लगने पर आधा माशा फ़ूला हुआ सुहागा एक कप गुनगुने पानी में दो तीन बार लेने से भूख खुल जाती है। 
* काला नमक चाटने से गैस खारिज होती है,और भूख बढती है,यह नमक पेट को भी साफ़ करता है। 
* हरड का चूर्ण सौंठ और गुड के साथ अथवा सेंधे नमक के साथ  सेवन करने से मंदाग्नि ठीक होती है। 
* सेंधा नमक,हींग अजवायन और त्रिफ़ला का समभाग लेकर कूट पीस कर चूर्ण बना लें,इस चूर्ण के बराबर पुराना गुड लेकर सारे चूर्ण के अन्दर मिला दें,और छोटी छोटी गोलियां बना लें,रोजाना ताजे पानी से एक या दो गोली लेना चालू कर दे,यह गोलियां खाना खाने के बाद ली जाती है,इससे खाना पचेगा भी और भूख भी बढेगी। 
* हरड को नीब की निबोलियों के साथ लेने से भूख बढती है,और शरीर के चर्म रोगों का भी नाश होता है। 
* हरड गुड और सौंठ का चूर्ण बनाकर उसे थोडा थोडा मट्ठे के साथ रोजाना लेने से भूख खुल जाती है। 
* छाछ के रोजाना लेने से मंदाग्नि खत्म हो जाती है। 
* सोंठ का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने से और गरम जल खूब पीने से भूख खूब लगती है। 
* रोज भोजन करने से पहले छिली हुई अदरक को सेंधा नमक लगाकर खाने से भूख बढती है। 
* लाल मिर्च को नीबू के रस में चालीस दिन तक खरल करके दो दो रत्ती की गोलियां बना लें,रोज एक गोली खाने से भूख बढती है। 
* गेंहूं के चोकर में सेंधा नमक और अजवायन मिलाकर रोटी बनवायी जाये,इससे भूख बहुत बढती है। 
* मोठ की दाल मंदाग्नि और बुखार की नाशक है। 
* डेढ ग्राम सांभर नमक रोज सुबह फ़ांककर पानी पीलें,मंदाग्नि का नामोनिशान मिट जायेगा। 
* पके टमाटर की फ़ांके चूंसते रहने से भूख खुल जाती है। 
* दो छुहारों का गूदा निकाल कर तीन सौ ग्राम दूध में पका लें,छुहारों का सत निकलने पर दूध को पी लें,इससे खाना भी पचता है,और भूख भी लगती है। 
* जीरा सोंठ अजवायन छोटी पीपल और काली मिर्च समभाग में लें,उसमे थोडी सी हींग मिला लें,फ़िर इन सबको खूब बारीक पीस कर चूर्ण बना लें,इस चूर्ण का एक चम्मच भाग छाछ मे मिलाकर रोजाना पीना चालू करें,दो सप्ताह तक लेने से कैसी भी कब्जियत में फ़ायदा देगा। 
* भोजन के आधा घंटा पूर्व चुकन्दर गाजर टमाटर पत्ता गोभी पालक तथा अन्य हरी साग सब्जियां व फ़लीदार सब्जियों के मिश्रण का रस पीने से भूख बढती है। 
* सेब का सेवन करने से भूख भी बढती है और खून भी साफ़ होता है। 
* अजवायन चालीस ग्राम सेंधा नमक दस ग्राम दोनो को कूट पीस कर एक साफ़ बोतल में रखलें,इसमे दो ग्राम चूर्ण रोजाना सवेरे फ़ांक कर ऊपर से पानी पी लें,इससे भूख भी बढेगी और वात वाली बीमारियां भी समाप्त होंगी। 
* एक पाव सौंफ़ पानी में भिगो दें,फ़िर इस पानी में चौगुनी मिश्री मिलाकर पका लें,इस शरबत को चाटने से भूख बढती है। 
* पकी हुई मीठी इमली के पत्ते सेंधा नमक या काला नमक काली मिर्च और हींग का काढा बनाकर पीने से मंदाग्नि ठीक हो जाती है। 
* जायफ़ल का एक ग्राम चूर्ण शहद के साथ चाटने से जठराग्नि प्रबल होकर मंदाग्नि दूर होती है। 
* सोंफ़ सोंठ और मिश्री सभी को समान भाग लेकर ताजे पानी से रोजाना लेना चाहिये इससे पाचन शक्ति प्रबल होती है। 
* जवाखार और सोंठ का चूर्ण गरम पानी से लेने से मंदाग्नि दूर होती है। 
* लीची को भोजन से पहले लेने से पाचन शक्ति और भूख में बढोत्तरी होती है। 
* अनार भी क्षुधा वर्धक होता है,इसका सेवन करने से भूख बढती है। 
* नीबू का रस रोजाना पानी में मिलाकर पीने से भूख बढती है। 
* आधा गिलास अनन्नास का रस भोजन से पहले पीने से भूख बढती है। 
* तरबूज के बीज की गिरी खाने से भूख बढती है। 
* बील का फ़ल या जूस भी भूख बढाने वाला होता है। 
* इमली की पत्ती की चटनी बनाकर खाने से भूख भी बढती है,और खाना भी हजम होता है। 
* सिरका सोंठ काला नमक भुना सुहागा और फ़ूला हींग समभाग मे लेकर मिला लें,रोजाना खाने के बाद भूख बढती है। 
* सूखा पुदीना बडी इलायची सोंठ सौंफ़ गुलाब के फ़ूल धनिया सफ़ेद जीरा अनारदाना आलूबुखारा और हरड समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें,मंदाग्नि अवश्य दूर हो जायेगी। 
* एक ग्राम लाल मिर्च को अदरक और नीबू के रस में खरल कर लें,फ़िर इसकी काली मिर्च के बराबर की गोलिया बना लें, यह गोली चूसने से भूख बढती है। 

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भूख नही लगने पर आधा माशा फ़ूला हुआ सुहागा एक कप गुनगुने पानी में दो तीनबार लेने से भूख खुल जाती है। 

काला नमक चाटने से गैस खारिज होती है,और भूख बढती है,यह नमक पेट को भीसाफ़ करता है।

हरड का चूर्ण सौंठ और गुड के साथ अथवा सेंधे नमक के साथ सेवन करने सेमंदाग्नि ठीक होती है। 

सेंधा नमक,हींग अजवायन और त्रिफ़ला का समभाग लेकर कूट पीस कर चूर्ण बनालें,इस चूर्ण के बराबर पुराना गुड लेकर सारे चूर्ण के अन्दर मिला दें,और छोटी छोटीगोलियां बना लें,रोजाना ताजे पानी से एक या दो गोली लेना चालू कर दे,यह गोलियांखाना खाने के बाद ली जाती है,इससे खाना पचेगा भी और भूख भी बढेगी। 

हरड को नीब की निबोलियों के साथ लेने से भूख बढती है,और शरीर के चर्म रोगों काभी नाश होता है। 

हरड गुड और सौंठ का चूर्ण बनाकर उसे थोडा थोडा मट्ठे के साथ रोजाना लेने से भूखखुल जाती है। 

छाछ के रोजाना लेने से मंदाग्नि खत्म हो जाती है। 

सोंठ का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने से और गरम जल खूब पीने से भूख खूब लगतीहै। 

रोज भोजन करने से पहले छिली हुई अदरक को सेंधा नमक लगाकर खाने से भूखबढती है। 

लाल मिर्च को नीबू के रस में चालीस दिन तक खरल करके दो दो रत्ती की गोलियांबना लें,रोज एक गोली 
खाने से भूख बढती है। 

गेंहूं के चोकर में सेंधा नमक और अजवायन मिलाकर रोटी बनवायी जाये,इससे भूखबहुत बढती है। 

मोठ की दाल मंदाग्नि और बुखार की नाशक है। 

डेढ ग्राम सांभर नमक रोज सुबह फ़ांककर पानी पीलें,मंदाग्नि का नामोनिशान मिटजायेगा। 

पके टमाटर की फ़ांके चूंसते रहने से भूख खुल जाती है। 

दो छुहारों का गूदा निकाल कर तीन सौ ग्राम दूध में पका लें,छुहारों का सत निकलनेपर दूध को पी लें,इससे खाना भी पचता है,और भूख भी लगती है। 

जीरा सोंठ अजवायन छोटी पीपल और काली मिर्च समभाग में लें,उसमे थोडी सीहींग मिला लें,फ़िर इन सबको खूब बारीक पीस कर चूर्ण बना लें,इस चूर्ण का एकचम्मच भाग छाछ मे मिलाकर रोजाना पीना चालू करें,दो सप्ताह तक लेने से कैसी भीकब्जियत में फ़ायदा देगा। 

भोजन के आधा घंटा पूर्व चुकन्दर गाजर टमाटर पत्ता गोभी पालक तथा अन्य हरीसाग सब्जियां  फ़लीदार सब्जियों के मिश्रण का रस पीने से भूख बढती है। 

सेब का सेवन करने से भूख भी बढती है और खून भी साफ़ होता है। 

अजवायन चालीस ग्राम सेंधा नमक दस ग्राम दोनो को कूट पीस कर एक साफ़बोतल में रखलें,इसमे दो ग्राम चूर्ण रोजाना सवेरे फ़ांक कर ऊपर से पानी पी लें,इससेभूख भी बढेगी और वात वाली बीमारियां भी समाप्त होंगी। 

एक पाव सौंफ़ पानी में भिगो दें,फ़िर इस पानी में चौगुनी मिश्री मिलाकर पका लें,इसशरबत को चाटने से भूख बढती है। 

पकी हुई मीठी इमली के पत्ते सेंधा नमक या काला नमक काली मिर्च और हींग काकाढा बनाकर पीने से मंदाग्नि ठीक हो जाती है। 

जायफ़ल का एक ग्राम चूर्ण शहद के साथ चाटने से जठराग्नि प्रबल होकर मंदाग्निदूर होती है। 

सोंफ़ सोंठ और मिश्री सभी को समान भाग लेकर ताजे पानी से रोजाना लेना चाहियेइससे पाचन शक्ति प्रबल होती है। 

जवाखार और सोंठ का चूर्ण गरम पानी से लेने से मंदाग्नि दूर होती है। 

लीची को भोजन से पहले लेने से पाचन शक्ति और भूख में बढोत्तरी होती है। 

अनार भी क्षुधा वर्धक होता है,इसका सेवन करने से भूख बढती है। 

नीबू का रस रोजाना पानी में मिलाकर पीने से भूख बढती है। 

आधा गिलास अनन्नास का रस भोजन से पहले पीने से भूख बढती है। 

तरबूज के बीज की गिरी खाने से भूख बढती है। 

बील का फ़ल या जूस भी भूख बढाने वाला होता है। 

इमली की पत्ती की चटनी बनाकर खाने से भूख भी बढती है,और खाना भी हजम होताहै। 

सिरका सोंठ काला नमक भुना सुहागा और फ़ूला हींग समभाग मे लेकर मिलालें,रोजाना खाने के बाद भूख बढती है। 

सूखा पुदीना बडी इलायची सोंठ सौंफ़ गुलाब के फ़ूल धनिया सफ़ेद जीरा अनारदानाआलूबुखारा और हरड समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें,मंदाग्नि अवश्य दूर होजायेगी। 

एक ग्राम लाल मिर्च को अदरक और नीबू के रस में खरल कर लें,फ़िर इसकी कालीमिर्च के बराबर की गोलिया बना लेंयह गोली चूसने से भूख बढती है।