Friday, April 18, 2014

आयुर्वेद के जरिये मस्तिष्‍क की शक्ति बढ़ाने के उपाय


आयुर्वेद और मस्तिष्क
हमारे शरीर अपने प्रधानमंत्री मस्तिष्क, एक मंत्रालय है. शरीर के किसी भी हिस्से की सहमति के बिना ठीक से काम नहीं कर सकते हैं. मानसिक तनाव और थकान कभी कभी अत्यधिक, पाचन संस्थान, लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक दुर्बलता या बीमारी मस्तिष्क को प्रभावित करने और हमारी स्मृति कम हो जाती है गड़बड़ी. स्लाइड के माध्यम से हमारे मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने के लिए कैसे जानें आयुर्वेद के माध्यम से दिखाते हैं.


बादाम




बादाम में पाया, लोहा, तांबा, फास्फोरस और विटामिन बी यह सभी औषधीय सामग्री एक साथ साधने की है. इसलिए बादाम मस्तिष्क, हृदय और यकृत ठीक से काम कर रखने के लिए मदद करता है. रात भर पानी में पांच बादाम Bhigon के लिए मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के लिए. छुट्टी का दिन त्वचा पीस द्वारा एक ठीक पेस्ट बनाएं. अब दूध और शहद के दो चम्मच एक गिलास में, पेस्ट जोड़ने और इसे आप एक बहुत लाभ होगा पीते हैं.


ब्राह्मी




मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के लिए जाना ब्राह्मी बूटी है. ब्राह्मी तत्व में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के नियमित सेवन मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के लिए लगता है. यह एक चम्मच रस हर रोज पीने के लिए फायदेमंद है. क्या आप खा सकते हैं रस पसंद नहीं है चबाने यह पत्तियों 7 खाने से एक ही लाभ है.


अलसी का तेल




अलसी का तेल तेज, मस्तिष्क की शक्ति को अपनी एकाग्रता को बढ़ाता है और आपको लगता है और समझने की शक्ति बढ़ जाती है. अलसी के तेल के नियमित सेवन, नहीं होगा आप मस्तिष्क संबंधी विकार.

सौंफ़



दैनिक सौंफ मसाला घर में प्रयोग किया जाता है. इसके नियमित इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. बराबर मात्रा में मिलाया सौंफ पाउडर और चीनी करें. इस पाउडर के दो बड़े चम्मच भोजन के बाद दो बार मस्तिष्क के एक निरंतर कमजोरी बंद है.


अखरोट


अखरोट में पाया ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में हैं. मैंगनीज, जिंक और सेलेनियम जैसे तांबा, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, खनिज मौजूद हैं. अखरोट भी हमारे दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद है जो विटामिन ई का बहुत अच्छा स्रोत हैं.

दालचीनी

इतना ही नहीं गर्म दालचीनी मसाला, लेकिन यह भी एक दवा है. कमजोर मस्तिष्क अच्छी दवा है. सोने का समय नियमित रूप से शहद के साथ मिश्रित दालचीनी पाउडर की एक चुटकी लेने के मानसिक तनाव और बढ़ती मस्तिष्क की शक्ति से राहत मिलती है.

जायफल
कारण जायफल दुरुपयोग की बहुत थोड़ी मात्रा में उपयोग किया जाएगा जो अपने गर्म प्रभाव को बहुत तेज मस्तिष्क पैदा करता है. भूलने की बीमारी अल्जाइमर यानी यह आप खा रहे हैं नहीं करता है.


काली मिर्च
भी औषधीय गुणों से समृद्ध भोजन के साथ छोटी सी काली मिर्च स्वाद देख रहे हैं. मस्तिष्क और स्मृति वृद्धि की कमजोरी पर काबू पाने के लिए फायदेमंद काली मिर्च है. 25 ग्राम मक्खन मिश्रित मिर्च नित्य काट 5-6 मस्तिष्क की तुलना में तेजी है.

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