Saturday, June 7, 2014

रंगीलो राजस्थान

रंगीलो राजस्थान



  राजस्थानी भासा रौ नामकरण

करनल जेम्स टॉड राजस्थान सारू जद राजस्थान सबद रौ पेैली वार प्रयोग करियौ तो विणरै पछै औ सबद होलै-होलै प्रदेस रा अरथ में रूढ़ व्हेण लागौ। संभवतः इणसूं ई प्रभावित व्हेय'र ग्रियरसन आपरा भासा सरवेक्सण (ई. सं. 1907-08) में इण प्रदेस री भासा सारू राजस्थानी नाम रौ प्रोयग करियौ। जिणरै पछै एल. पी. टेसीटोरी अर दूजा विद्वानां लगोतार अपणायौ।
राजस्थानी भारोपीय परिवार री भासा है। आधुनिक विद्वानं जिण तरै सूं आधुनिक भासावां रौ नामकरण करियौ. विण ईज आधार माथै राजस्थानी भासा रौ नामकरण भी व्हियौ। जिणरौ आधार राजस्थान है। खास तौर सूं तौ राजस्थानी भासी लोग भारत संघ में राजस्थान नाम रा राज्य में ही है। पण आधुनिक राजस्थान रै गठन सूं पैला अर अंगरेजी राज री वगत अर मुगल राज अर विणसूं पैला जका लोग णि खेतर में हा सासक कै सासित जिण रूप में भी वांरी भासी भी वै ठै भी भारत कै विस्व रा किसा भी देस मं गया उठा साथै लेगा. जिणनै आपरां संस्कारां में ुखाल राखी। कठै-कठै ई वगत अर परिस्थितियां री रज जरुर जमगी, जिणनै झाटक'र विणरा मूल रूप नैं देखियौ जा सकै, जिणनै भारत अर आखी दुनिया रा भासा वैग्यानिक राजस्थानी भासा रै नाम सूं बतलावै। ऐ प्रवासी राजस्थानी जिण दांण अठै सूं गया दत अठै री भासा रौ नाम मारूभासा, मरूभासा, मरुभूमि भासा, मरुदेसीया भासा, मरुवाणी इत्याद नामां सूं जांणीजती ही। राजस्थषान अर राजस्थानी इण ही परंपरा रौनाम है। इणनै इण तरै भी समझियौ जा सकै। रज बारीक रेत नैं कैवे। रज+स्थान = राजस्थान मतलब रे रौ स्थान जकौ खास कर'र भगवान राम रा अग्नि बांण सूं सुखाईजियौ थकौ पांई रौ समन्दर में बदलग्यौ। जिण खेतर में वैदिक सरस्वती, हाकड़ा अबार घग्धर नामां सूं संबोधित की जावण वाली नदी वहती ही। जिणनै दुनिया रा नक्सा में राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, वाकिस्तान में फेलिया थका रेगिस्तान रा रूप में देखियौ जा सकै। विणरी भासा रौ नाम राजस्थानी है।
श्री शिवकुमार श्री वास्तव रा सबदां में राजस्थानी सगला राजस्थान री भासा है। इणरै मांय भूमि, भासा, रैणी-सैणी, विचार, व्यवहरा अर इतिहास री दीठ सूं दिखयाद में सतपुडा रा ढाल अर ताप्ती नदी तांी अर अगूणी (पूर्व) दिस में केतकी नदी री ऊपरी धारा सूं आथूण (पश्चिम) में उमरकोट सहित सिंघ नदी री अगूणी धारा तक रा सगला हिस्सा नैं लियौ जावणौ चावै।
इस भासा में अबार री राज्य री बोलियों रै साथै ही मध्यप्रदेश रा मालवा खेतर (क्षेत्र) री मालवी, पहाड़ी प्रदेसां री भीली, पंजाबा अर कस्मीर री गूजरी, अर बिणजारां अर बालदियां इत्याद खानाबदोस जातियां री सगली बोलियां मांनीजै।
गुजराती विद्वान झवेरचन्द मेघाणी रा सबदां में "इण जमाना रौ परदौ उठाय'रजे आप आगे बढ़ौ तौ आपने कच्छ काठियावाड़ सूं लेय'र प्रयाग तक रा भूखण्ड पर फैली एक भासा दीखसी। इण पसरी थकी बोलचाल री भासा रौ नाम प्राचीन राजस्थानी है। इण में ही मेड़ता री मीरां प्रभुपद रचती। नरसी मेहतौ गिरनार री तलेटी में बैठ'र प्रभुपद रचतौ, जकौ जातरुऔं रा कंठ में वास कर'र जोधपुर, उदैपुर पौच जावता। इणरी पुत्रियां ब्रजभासा, गुजराती अर आधुनिक राजस्थानी रौ नाम धारण कर'र स्वतंत्र भासावां बणी"2

 राजस्थानी भासा री उत्पत्ति

 राजस्थानी भासा रौ उद्भव किसा अपभ्रंस सूं व्हियौ, अबार तक विद्वान जकौ विचार प्रस्तुति करिया, वां विचारां नैं सुविधा सारू तीन भागों में बांटिया जा सकैः-
(1) सौरसैनी अपभ्रंस (2) नागर-आवान्त्य अपभ्रंस (3) गुजर अपभ्रंस सौरसैनी अपभ्रंस सूं राजस्थानी रौ उद्गम मानण वाला विद्वानां् में डा. एल. पी. टेसीटोरी रै मुजब "प्राचीन पश्चिमी राजस्थानी सौर सैनी री पैली सन्तान है। आपरी इण मान्यता नै खुलासै करता थका डॉ. टेसीटोरी कैवै हैक पन्दरवा सईका तांई गुजरात अर मारवाड़ रा घणकरा हिस्सा में आ भासा वरतजती ही। इणरै प्रमाण सारू वै मानव विग्यान रा सिद्धांत रौ तरक देवै।3 चन्द्र शर्मा गुलेरी4 स्यामसुन्दरदास5, डा. उदयनारायण तिवारी6, पं. जनार्दनराय नागर7, सौरसेनी सूं ही राजस्थानी रौ उद्गम मानै।"
ग्रियरसन आपरा भासा सरवेक्सण रै आधार माथै नागर अपभ्रंस री विभासा "आवन्त्य" सूं राजस्थानी री उत्पत्ति अंग्रेजै।8 पं. हरगोविन्ददास विक्रमचन्द सेठ नागरी अपभ्रंस सूं, ठाकर रामसिंह सूरजकरण पारकी नागरी अर आवन्त्य सूं, पुरसोत्तम मेनारिया नागरी अपभ्रंस, प्रो. देव कोठारी नागरी अपभ्रंस सूं10 राजस्थानी री उत्पति मानै।
आं दोनूं मतां रै अलावै राजस्थानी नै कन्हैयालाल माणिक्यलला मुंसी11 मोतीलला मेनारिया गुजरी अपभ्रंस सूं12, सुनीतिकुमार, चाटुरज्या सौराष्ट्री अपभ्रंस सूं13, उत्पन्न मांनै। कंई विद्वानां री इसी मान्यता है क ईसा रा 12वां सूं 15वां सईका तक घणै विस्त्रित रूप में एक ही भासा गुजरात अर राजस्थान में प्रचलित ही। ईसा रा 16 वां सईका रै अन्त में गुजराती अर मारवाड़ी रै रूप में अलग वीह।14 इण 12 वां 15 वां सईका री भासा नै गुजराती उमाशंकर जोसी मारू गुजर15 डा. गोरधन सरमा मारू-सौरठ कैवणौ उचित मांनै।
इणां मतां नैं देखतां थकां ुपरी तौर पर औ दीखै है क राजस्थानी भासा रा उद्ब रा बारा में दिवानां ार मत न्यारा-न्यारा है। पम औ सिरफ भरम है। जकौ सौरसेनी, गुजर, सौराष्ट्र, नागर, आवन्त्य इत्याद न्यारा-न्यारा नामां रैकारण मैसूस व्है। जद'क मारकण्डेय आपरा ग्रंथ में प्राकृत चंद्रिका रै आदार माथै अपभ्रंस रो जकौ 27 भेद करिया है।17 उणां में नागर, गूजर, आवन्त्य, मालब इत्याद नै न्यारी भासावंे रे रूप में बताईजी है। इसी स्थिति में इणांनै सौरसेनी अपभ्रंस रै अन्तरगत किंण तरै राखीज सकै। इण सन्दरभ में सही तथा औ है'क मारकण्डेय जकौ 27 अपभ्रंसां रा जो लक्सण अर उदाहरण दिया है।18 इणां 27 अपभ्रंसां रा लक्सणां नै मारकण्डेय सुक्स बताय'र अपभ्रंस रा तीन प्रधान भेद19 नागर, ब्राचड़, उपनागर कर'र 27 भेदां नै समाहित कर दिया है।20 इण दीठ सूं नागर अपभ्रंस सूं ही राजस्थानी री उत्पत्ति मांनणी वाजब है।


 लोकदेवता
  1. बाबा रामदेवजी
  2. गोगाजी चौहान
  3. वीर तेजाजी
  4. रावल मल्लिनाथजी
  5. मेहाजी मांगलिया
  6. हड़बूजी सांखला
  7. पाबूजी देवजी
  8. सिद्धपुरुष खेमा बाबा
  9. आलमजी
  10. केसरिया कंवर
  11. बभूतौ सिद्ध
  12. संत पीपाजी
  13. जोगिराज जालंधरनाथ
  14. भगत धन्नौ
  15.  संत कूबाजी
लोक देवियां
  1. जीण माता
  2. रूपांदे
  3. करनी माता
  4. आई माता
  5. माजीसा राणी भटियाणी
महान विभूतिया 
  1. मीराबाई
  2.  महाराणा प्रताप
  3. पन्नाधाय
  4. ठा.केसरीसिंह बारहठ
  5. बप्पा रावल
  6. बादल व गोरा
  7. बिहारीमल
  8. चन्द्र सखी
  9.  दादू
  10. दुर्गादास
  11. हाडी राणी
  12.  जयमल अर पत्ता
  13. महाराणा कुम्भा
  14. कमलावती
  15. कविवर व्रिंद
  16. महाराणा लाखा
  17. रानी लीलावती
  18. मालदेव राठौड
  19. पद्मिनी रानी
  20. पृथ्वीसिंह
  21. पृथ्वीराज कवि
  22.  राणा रतनसिंह
  23. राणा सांगा अ
  24. मरसिंह राठौड
  25.  रामसिंह राठौड
  26.  अजयपाल जी
  27. राव प्रतापसिंह जी
  28. सूरजमल जी
  29.  राव बीकाजी
  30.  चित्रांगद मौर्यजी
  31. डूंगरसिंह जी
  32.  गंगासिंह जी
  33. जनमेजय जी
  34. राव जोधाजी
  35. सवाई जयसिंहजी
  36.  भाटी जैसलजी
  37.  खिज्र खां जी
  38.  किशनसिंह जी राठौड
  39.  महारावल प्रतापसिंहजी
  40. रतनसिंहजी
  41. सूरतसिंहजी
  42. सरदार सिंह जी
  43. सुजानसिंहजी
  44. उम्मेदसिंह जी
  45. उदयसिंह जी
स्वतंत्रता  सेनानी 
  1. मेजर शैतानसिंह
  2. सागरमल गोपा
  3. अर्जुनलाल सेठी
  4. रामचन्द्र नन्दवाना



जिला री जाणकार 
  1. अजमेर
  2. अलवर
  3. उदयपुर
  4.  करौली
  5. कोटा
  6. गंगानगर
  7. चितौड़गढ़
  8. चूरु
  9. जयपुर
  10. जालौर
  11. जैसलमेर
  12. जोधपुर
  13. झालावाड़
  14.  झुन्झुनूं
  15. टोंक 
  16. डूँग़रपुर
  17. दौसा
  18. धौलपुर
  19. नागौर
  20. पाली
  21. बाड़मेर
  22. बाँसवाड़ा
  23. बीकानेर
  24.  बूँदी
  25. बारां
  26. भरतपुर
  27. सवाई माधोपुर
  28. राजसमन्द
  29. भीलवाड़ा
  30.  सिरोही
  31. सीकर
  32. हनुमानगढ़
खेजडी - राजस्थान रो राज्य वृक्ष (1983 मांय राज्य वृक्ष रो दर्जो) वैज्ञानिक नाम- प्रोसेपिस सिनेरिया, उपनाम- कल्पवृक्ष, जांटी, शमी, थार रो कल्पवृक्ष, रेगिस्तान रो गौरव।  रोहिडा - राजस्थान रो राज्य पुष्प (1983 मांय राज्य पुष्प रो दर्जो) वैज्ञानिक नाम- टिकोमेला अंडूळेटा उपनाम मरुशोभा, रेगिस्तान रो साग़वान।  घूमर - राजस्थान रो राज्य नृत्य, इण नृत्य ने राज्य री आत्मा भी केविजे है।  गोडावण - राजस्थान रो राज्य पक्षी (1981 में राज्य पक्षी रो दर्जो) वैज्ञानिक नाम- क्रायोटिस नाइग्रीसेप्स, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (शमिला पक्षी) अर सोहन चिडिया रे उपनाम सु प्रसिद्ध। सोंकलिया (अजमेर), सोरसण (बारां) अर राष्ट्रीय मरु उधान में पायो जावे है।  चिंकारा - राजस्थान रो राज्य पशु (1981 में राज्य पशु रो दर्जो) वैज्ञानिक नाम- गजेला-गजेला, छोटा हिरण (एंटीलोप) रे उपनाम सु प्रसिद्ध।  बास्केटबाल - राजस्थान रो राज्य खेल (1948 में राज्य खेल रो दर्जो ) 



राजस्थान : महत्वपूर्ण जाणकारी
क्षेत्रफल रे आधार पर सबसु बडो जिलोजैसलमेर
क्षेत्रफल रे आधार पर सबसु छोटो जिलोदौसा
देश रे क्षेत्रफल रो प्रतिशत/भाग राज्य में5.5 प्रतिशत
सबसु प्राचीन वलित पर्वत श्रंृखलाअरावली
सबसु ज्यादा आर्द्र जिलोझालावाड
सबसु ज्यादा आर्द्र स्थानमाउंट आबू (सिरोही)
सबसु ज्यादा गरम जिलोचूरू
सबसु ज्यादा ठण्डो जिलोचूरू
सबसु ज्यादा लम्बी नदीचम्बल (966 किमी.)
पूर्ण बाहाव रे आधार पर सबसु ज्यादा लम्बी नदीबनास (480 कीं.)
सबसु बडी नमक उत्पादक झीलसांभर झील
ऊंचाई री दृष्टि सु सबसु ऊंचो बांधजाखम बांध (81 मीटर ऊंचो)
सबसु ज्यादा भराव क्षमता वाळो बांधराणा प्रताप सागर बांध
सबसु ज्यादा परती भूमिजोधपुर
व्यर्थ भूमि रो सबसु ज्यादा प्रतिशतजैसलमेर
सबसु ज्यादा शुष्क कृ षि तीव्रताजैसलमेर अर बाडमेर
सबसु ज्यादा शुष्क स्थानफलौदी (जोधपुर)
सबसु ऊंचो पर्वत शिखरगुरू शिखर
राज्य रे कुल क्षेत्रफल में वन क्षेत्रफल रो प्रतिशत9.46 प्रतिशत
राज्य ने वनां री दृष्टि सु बांटो गयो है12 मंडल
राज्य में सबसु ज्यादा क्षेत्र में पाया जाणे वाळा वनधोकडा वन
राज्य में सबसु ज्यादा वन क्षेत्र वाळा जिलाउदयपुर, चित्तौडगढ, बारां
सबसु ज्यादा ऊनबीकानेर
राज्य में सबसु ज्यादा उगाई जाणे वाळी सब्जीप्याज
राजस्थान दिवस30 मार्च
सबसु बडी पन्ने-रत्न री अंर्तराष्ट्रीय मंडीजयपुर
सबसु पुराणो उधोगसूती वस्त्र उधोग
सबसु छोटो नगरबोरखेडा (बांसवाडा)
विश्व रो एकमात्र वृक्ष मेळोखेजडली (जोधपुर)
विश्व रो सबसु बडो चांदी रो पात्रसिटी पैलेस (जयपुर)
विश्व रो सबसु बडो रिहायसी महलछीतर महल (जोधपुर)
राज्य रो एकमात्र परमाणू विधुत गृहरावतभाटा (चित्तौडगढ़)
पेली राजस्थानी फिल्मनजराणो
राज्य रा पेला फिल्म अभिनेतामहिपाल
राज्य री पेली फिल्म अभिनेत्रीसुनयना
पेली हैरीटेज होटलअजीत भवन (जोधपुर)
राज्य रो पेलो स्टाक एक्सचेंजजयपुर
सबसु ज्यादा सरकारी समितियांजयपुर
प्रथम महिला पायलटनम्रता भट्ट
प्रथम महिला फलाइंग़ आफिसरनिवेदिता
अर्जुन पुरस्कार सु सम्मानित प्रथम व्यक्तिडा.करणीसिंह (निशाणेबाजी 1961), प्रेमसिंह (पोलो 1961), सलीम दुर्रानी (क्रिकेट 1961)


राजस्थान रा महत्वपूर्ण नगर अर बियारा संस्थापक
क्र.स.नगरसंस्थापक
1अजमेरश्री अजयपाल जी
2अलवरराव प्रतापसिंह जी
3भरतपुरराजा सूरजमल जी
4बीकानेरराव बीका जी
5चित्तौडचित्रांगद मौर्य जी
6डूंगरपुरमहारावल डूंगरसिंह जी
7गंगानगरश्री गंगासिंह जी
8जहाजपुरराजा जनमेजय जी
9जोधपुरराव जोधा जी
10जयपुरसवाई जयसिंह जी
11जैसलमेरभाटी जैसल जी
12खिज्राबादखिज्र खां जी
13किशनगढकिशनसिंह जी राठौड
14प्रतापगढमहारावल प्रतापसिंह जी
15रतनगढमहाराजा रतनसिंह जी
16सूरतगढमहाराजा सूरतसिंह जी
17सरदारशहरमहाराजा सरदारसिंह जी
18सुजानगढमहाराजा सुजानसिंह जी
19उम्मेदनगरश्री उम्मेदसिंह जी
20उदयपुरमहाराणा उदयसिंह जी



राजस्थान: कठे - कई?
राजधानीजयपुर
राजस्थान उच्च न्यायालयजोधपुर
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मुख्यालयअजमेर
राजस्थान लोक सेवा आयोगअजमेर
राजस्थान उच्च न्यायालय री खण्ड पीठजयपुर
पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्रउदयपुर
भारतीय लोक कला मंडलउदयपुर
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान अर प्रशिक्षण केंद्रउदयपुर
राजस्थान साहित्य अकादमीउदयपुर
राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृृति अकादमीबीकानेर
राजस्थान संगीत नाटक अकादमीजोधपुर
राजस्थान ब्रज भाषा अकादमीजयपुर
राजस्थान सिंधी अकादमीजयपुर
राजस्थान संस्कृृत अकादमीजयपुर
राजस्थान उर्दु अकादमीजयपुर
राजस्थान हिंदी गं्रथ अकादमीजयपुर
ललित कला अकादमीजयपुर
रवीन्द्र रंगमंचजयपुर
राजस्थान राज्य अभिलेखागार मुख्याल्यबीकानेर
राजस्थान राज्य अभिलेखागार शाखायांजयपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर, भरतपुर, अजमेर
प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान मुख्यालयजोधपुर
प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान शाखायांजयपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर, बीकानेर, चित्तौड
मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी फारसी शोध संस्थानटौंक
जयपुर कत्थक केंद्रजयपुर
जवाहर कला केंद्रजयपुर
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थानजयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालयजयपुर
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालयजोधपुर
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालयअजमेर
जगद्गुरू रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृृत विश्वविधालयजयपुर
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविधालयउदयपुर
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्राधोगिकी विश्वविधालयउदयपुर
राजस्थान कृषि विश्वविधालयबीकानेर
बीकानेर विश्वविधालयबीकानेर
वर्धमान महावीर खुला विश्वविधालयकोटा
कोटा विश्वविधालयकोटा
राष्ट्रीय विधि विश्वविधालयजोधपुर
राजस्थान आयुर्वेदिक विश्वविधालयजोधपुर
हवाई अड्डाजयपुर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर
राजस्थान सूचना केंद्रजयपुर, दिल्ली कलकत्ता, मुंबई
राजस्थान सु बारे पर्यटन सूचना केंद्रदिल्ली, कलकत्ता, मुंबई, चेन्नई
वनस्थलीविधापीठ वनस्थली (टौंक)
काजरी (सेंट्रल एरिड जोन रिसर्च इंस्टीट्यूट)जोधपुर
आफरी (एरिड फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट)जोधपुर


राजस्थान मांय प्रथम
प्रथम मुख्यमंत्रीश्री हीरालाल शास्त्री
प्रथम महिला मुख्यमंत्रीश्रीमती वसुंधरा राजे
प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्रीश्री टीकाराम पालीवाल
प्रथम राज्यपालश्री गुरुमुख निहाल सिंह
प्रथम मुख्य न्यायाधीशश्री कमलकांत वर्मा
प्रथम विधानसभा अध्यक्षश्री नरोत्तम जोशी
प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्षश्रीमती सुमित्रा सिंह
प्रथम परमवीर चक्र विजेताहवलदार मेजर पीरू सिंह (1948)
राज्य री प्रथम महिला पायलटसुश्री नम्रता भट्ट
राज्य री प्रथम महिला फ्लाईंग ऑफीसरसुश्री निवेदिता
प्रथम राजस्थानी फिलमनजराणो (1942)


राजस्थान री गौरवशाली प्रतिभायां
पद्म अलंकरणा सु सम्मानित राजस्थानी प्रतिभायां
नांवअलंकरणसालकाम
श्रीमती रतन शास्त्रीपद्मश्री1955महिला शिक्षा मांय उल्लेखनीय योगदान
कंवर सेनपद्मभूषण1956विख्यात इंजीनियर- इंदिरा गांधी नहर रा योजनाकार
राव राजा हणूत सिंहपद्मभूषण1958प्रसिद्ध पोलो खिलाडी, राज्य री प्रथम शास्त्री
प्रो.पावला तिरुपतिराजूपद्मभूषण1958दर्शनशास्त्र रा विद्वान, राजस्थान विश्वविधालय रा पूर्व प्राध्यापक
भगवत सिंह मेहतापद्मश्री1961राजस्थान रा पूर्व मुख्य सचिव अर पंचायती राज रा सूत्रधार
घनश्याम दास बिडलापद्मविभुषण1961प्रख्यात उधोगपति
मुनि जिन विजयपद्मश्री1961प्रसिद्ध पुरातत्वविद, राज्य रा पुरातत्व विभाग रा पला निदेशक
श्रीयुत श्रीधर शर्मापद्मश्री1962
सीताराम सेकसरियापद्मभूषण1962प्रसिद्ध समाजसेवी
शुकदेव पांडेपद्मश्री1964शिक्षा शास्त्री-बिडला एजकुशन ट्रस्ट पिलानी रा पूर्व सचिव
पुरुषोतम दासपद्मश्री1964प्रसिद्ध पखावज-वादक
जोहन टेवर्स मेंड्स गिब्सन1965मेयो कॉलेज पूर्व प्रिंसीपल
माणिक्यलाल वर्मापद्मविभुषण1965राज्य रा प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी अर 1948 मांय गठित संयुक्त राजस्थान रा प्रधानमंत्री
हरिभाऊ उपाध्यायपद्मभूषण1966राज्य रा प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, अजमेर-मेरवाडा रा पूर्व मुख्यमंत्री अर राजस्थान रा पूर्व मंत्री
चण्डीदानपद्मश्री1967प्रगतिशील किसान अर बोरूंदा (जोधपुर) रा पूर्व सरपंच
देवीलाल सांमरपद्मश्री1968विख्यात कलाकार भारतीय लोककला मंडल उदयपुर रा संस्थापक निदेशक
शीशराम ओलापद्मश्री1968सैैनिक कल्याण में उल्लेखनीय योगदान
डॉ.मनोहर सिंह मेहतापद्मविभुषण1969प्रसिद्ध शिक्षा-शास्त्री, सेवा मंदिर उदयपुर रा संस्थापक अर राजस्थान विश्वविधालय रा पूर्व कुलपति
नारायणसिंह भाटीपद्मश्री1970डाकू उल्मूनल मांय उल्लेखनीय काम
मिस विलियम जी.लूटरपद्मश्री1970महिला शिक्षा मांय उल्लेखनीय सेवायां, एम.जी.डी. स्कूल जयपुर री पूर्व प्राचार्या
ले.जनरल संगत सिंहपद्मभूषण1971बांग्लादेश री आजादी मांय प्रमुख भूमिका
खेलशंकर दुर्लभजीपद्मश्री1971प्रमुख रत्न व्यवसायी अर समाजसेवी
सूर्यदेव सिंहपद्मश्रीअलवर जिले मांय प्रगतिशील किसान रेणी पंचायत समिति रा पुर्व प्रधान
गोकुल भाई भट्टपद्मभूषण1971प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी अर विख्यात सर्वोदयी नेता
विजयसिंहपद्मश्री1972भारत-पाक युद्ध रे दौरान श्रीगंगानगर जिले रे जिलाधीश रे रूप मांय उल्लेखनीय सेवा
डॉ.नगेन्द्र सिंहपद्मविभुषण1973विख्यात न्यायविद, अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय रा पूर्व अध्यक्ष
डॉ. दौलतसिंह कोठारीपद्मविभुषण1973विख्यात शिक्षाशास्त्री, विश्वविधालय अनुदान आयोग रा पूर्व अध्यक्ष
पं. रामनारायण1974विख्यात सारंगी वादक
श्रीमती रत्न शास्त्रीपद्मभूषण1975महिला शिक्षा मांय योगदान
भोगीलाल पंडयापद्मभूषण1976प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता अर राज्य रा पूर्व मंत्री
डॉ.कालूलाल श्रीमालीपद्मभूषण1976प्रमुख शिक्षाशास्त्री अर पूर्व केन्द्रीय शिक्षामंत्री
कृपाल सिंह शेखावतपद्मश्री1976प्रमुख चित्रकार (ब्लयू पॉटरी)
सीतारा लालसपद्मश्री1977राजस्थानी साहित्यकार अर राजस्थानी शब्दकोश रा निर्माता
डॉ. प्रमोदकरण सेठीपद्मश्री1981प्रमुख अस्थिरोग विशेषज्ञ 'जयपुर पैर' रा निर्माता
झाबरमल्ल शर्मापद्मभूषण1981मनीषी साहित्यकार अर पत्रकार
श्रीमती अल्लाह जिलाई बाईपद्मश्री1982प्रमुख मांड गायिका
कोमल कोठारीपद्मश्री1983राजस्थानी लोक-साहित्य और लोक -कलाया में उन्नायक
रामगोपाल विजयवर्गीयपद्मश्री1984अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चित्रकार
श्रीमती लक्षमी कुमारी चुंडावतपद्मश्रीप्रमुख राजस्थानी साहित्यकार अर पूर्व सांसद अर विधायिका
तलकायत गोस्वामी गोविन्द लाल जीपद्मश्री1984विख्यात तीर्थ नाथद्वारा रा महंत
जसदेव सिंहपद्मश्री1985प्रसिद्ध खेल कमेंटेटर, दूरदर्शन सु सेवानिवृत उप महानिदेशक
डा.शीतलराज मेहतापद्मश्री1985प्रमुख चिकित्सक अर सवाई मानसिंह मेडिकल कालेज रा पूर्व प्राचार्य
इमानुद्दीन उस्तापद्मश्री1986ऊंट की खाल पर सोने री नक्काशी
नारायण सिंह माणकलालपद्मश्री1986अफीम मुक्ति में उल्लेखनीय योगदान
सरदार कुदरत सिंहपद्मश्री1988प्रमुख शिल्पी- मीनाकारी में दक्ष
एम.वी.माथुरपद्मभूषण1989प्रमुख शिक्षा शास्त्री, राजस्थान विश्वविधालय रा पूर्व कुलपति
मेघराज जैनपद्मभूषण1989सीमावर्ती रेगिस्तानी लोक कलाया अर लोक संस्कृति रे उन्नयन में उल्लेखनीय योगदान
टी.एन.चतुर्वेदीपद्मभूषणभारत रा पूर्व लेखा नियंत्र्क
रामनारायण अग्रवालपद्मश्री1990अग्नि मिसाइल रे प्रक्षेॅपण में प्रमुख भूमिका, रक्षा अनुसंधान व विज्ञान प्रयोगशाला हैदराबाद में कार्यरत
चिरंजीलाल जोशीपद्मश्री1990प्रमुख समाज सेवी, मुम्बई अस्पताल रा मुख्य अधिशासी
दुर्गालालपद्मश्री1990जयपुर शैली रा कत्थक कलाकार
पुरुषोतमपद्मश्री1992विख्यात पखावज वादक
रामनारायण शर्मापद्मश्री1992विख्यात सारंगी वादक
कैलाश सांखलापद्मश्री1993विख्यात वन्यजीव विशेषज्ञ
प. रामनारायणपद्मश्री अर पद्मभूषण1994विख्यात सारंग वादक
डा.राज बोथरापद्मश्री1999औषधि विज्ञान अर एड्स रे प्रति जागृति
डा.रामनारायण अग्रवालपद्मभूषण2000अग्नि मिसाइल अर रक्षा अनुसंधान
डा.महेन्द्र भण्डारीपद्मश्रिकिडनी प्रत्यारोपण में खास भूमिका
डा.मंण्डन मिश्रपद्मश्री2000संस्कत शिक्ष्आआ रो उन्नयन
वैद्य सुरेशचन्द्रपद्मश्री2000आयुर्वेद रे क्षेत्र में महत्वपूण भूमिका
डा.एम.ए.थॉमसपद्मश्री2001कोटा रे बाइबिल कॉलेज री स्थापना रे वास्ते
मोहम्मद तैयब खानपद्मश्री2001शिल्पकार
सिद्धराज ढड्ढापद्मश्री2002जनसेवा
प.दुर्गालालपद्मश्री2003जयपुर घराने रे कत्थक नृत्य रा कलाकार
कन्हैयालाल सेठियापद्मश्री2004प्रसिद्ध राजस्थानी साहित्यकार
मेजर राज्य वर्धन सिंहपद्मश्री2005प्रसिद्ध खिलाडी

परमवीर चक्र प्राप्त कर्ता राजस्थानी 


नामसालजिलो
हवलदार मेजर पीरुचिसिंह (मरणोपरांत)1948झुंझुनूं
मेजर शैतान सिंह (मरणोपरांत)1962जोधपुर

महावीर चक्र प्राप्तकर्त्ता राजस्थानी 

नामसालजिला
कर्नल किशन सिंह1948चूरू
सूबेदार चूनाराम1948सीकर
राईफल मैन धौंकलसिंह (मरणोपरांत)1948जोधपुर
ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह1965टोंक
कर्नल हर्दय सिंह1971जोधपुर
ले.कर्नल हणुत सिंह1971बाडमेर
ले.कर्नल भवानी सिंह1971जयपुर
ग्रुप कैप्टन चंदन सिंह1971जोधपुर
नायक सुजानसिंह (मरणोपरांत)1971नागौर
नायक हिगेन्द्र सिंह1999सीकर

कीर्तिचक्र प्राप्तकर्त्ता राजस्थानी

नामसालजिला
नायब हरीसिंह1962झुंझुनूं
पायनियर मूलसिंह1968जयपुर
सूबेदार नोपाराम1992सीकर
 
अशोक चक्र प्राप्तकर्त्ता राजस्थानी 

नामसालजिला
हवलदार शिवपाल सिंह1961नागौर
सूबेदार लाल सिंह1962नागौर
सूबेदार भागसिंह1962अलवर
कैप्टन महेन्द्र सिंह1965सीकर
सैंैं.ले.पी.एन.दत्त1998जयपुर
जगदीश यादव2002सीकर
सूबेदार सुरेशचंद यादव2003अलवर

वीरचक्र प्राप्तकर्त्ता राजस्थानी

नामसालजिला
स्केड्रन लीडर अजय आहूजा1999कोटा
सूबेदार भंवरलाल1999नागौर
नायब सूबेदार मंगेजसिंह1999नागौर
हवलदार सिसवाल गिल1999झुंझूनूं
रायफल मैन जयराम सिंह1999सीकर
नायब सूबेदार रामपालसिंह1999जयपुर
शौर्यचक्र प्राप्तकर्ता राजस्थानी
नामसालजिला
मेजर दयाचंद1999झुंझूनूं
मेजर भूपेश हाडा1999बूंदी
हवलदार बनेसिंह गूजर1999करौली
हवलदार सुजानसिंह1999भरतपुर
 
रेमन मैगसेसे पुरस्कार सु सम्मानित राजस्थानी
 
नामकाम
डा.प्रमोदकरण सेठीजयपुर फुट रे वास्ते
श्रीमती अरुणा रायसूचना रे अधिकार रे वास्ते
राजेन्द्र सिंहजल संरक्षण रे वास्ते

 

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