आज-कल बाजार में इतनी ज्यादा धांधली बढ़ गई है कि इसका असर हमारे घरों तक में पड़ने लगा है। दूध, चाय की पत्ती, सेब, मटर, आटा, तेल, पिसी हल्दी और ना जाने कौन-कौन सी खाने की चीज़ों में खाद्य व्यापारी अधिक लोभ के चक्कर में मिलावट करते फिर रहे हैं। हम बाजार से वही वस्तुएं खरीदते हैं जो बढ़ियां होती है लेकिन जब घर में उसका पैकेट खोल कर देखो तो उसमें कंकड़-पत्थर और रंग आदि मिला हुआ होता है। छोटे-बडे़ खाद्य व्यापारी अधिक लाभ के के चक्कर में नाना प्रकार की युक्तियों से घटिया वस्तु को बढ़िया बताकर ऊँचे दाम पर बेचने का प्रयास करते हैं। अगर आपको भी रोज दाल में कंकड़-पत्तथर, दूध में पानी और आटे में भूंसी मिलती है, अब परेशान ना हों क्योंकि आज हम आपको बताएंगें कि खाने में मिलावट को किस तरह से पहचाना जाए। आइये जानते हैं खाने में मिलावट को पहचानने के आसान तरीके जिसे घर पर करना मुमकिन है।
1) पिसी हल्दी
खाने में पिसी हल्दी का रोजाना इस्तेमाल होता है। हल्दी में मेटानिल येलो की मौजूदगी से कैंसर हो सकता है। इसका टेस्ट हल्दी पाउडर में पांच बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड HCL और पांच बूंद पानी डालकर कर सकते हैं। अगर सैंपल बैंगनी, गुलाबी या वॉयलेट हो जाए, तो हल्दी मिलावटी है।
2) चाय की पत्ती
चायपत्ती ठंडे पानी में डालने पर रंग छोड़े तो साफ है कि उसमें मिलावट है या वह एक बार यूज हो चुकी है।
3) हरी मटर
मटर के दाने खरीदें हैं, तो उसमें से एक हिस्से को पानी में डालकर हिलाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें। अगर पानी रंगीन हो जाता है तो नमूने में मेलाकाइट हरे की मिलावट है। ऐसी मिलावटी चीजें खाने से पेट से संबंधित गंभीर बीमारियां (अल्सर, ट्यूमर आदि) होने का खतरा रहता है।
4) चमकदार सेब
चमकदार सेब खाने से बचिये क्योंकि इस पर मोम की परत चढ़ा दी जाती है, जिससे इसमें चमक आ जाती है। सेब को किसी धारदार चाकू से हल्के हल्के खुरचिये और अगर उस पर से मोम निकले तो समझ जाइये कि यह मिावटी है।
5) मसाले
मसाले में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी में अमरूद की छाल मिलाई जाती है। इसे हाथ पर रगड़कर देखें, अगर यह नकली होगी तो कोई कलर नहीं आएगा।
6)सरसों
सरसों को भारी मात्रा में दिखाने के लिये इसमें अर्जेमोने बीज मिलाए जाते हैं, जिससे मोतियाबिंद होने के चांस उन छोटे बच्चों और बूढों में बढ जाते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। इसकी जांच करने के लिये अर्जेमोने के बीज को कूंचेगें तब उसके अंदर सफेद पदार्थ दिखेगा, वहीं पर सरसों को कूंचने पर अंदर पीला रंग दिखेगा।
7) पनीर, खोआ और दूध
एक छोटे से सैंपल को टेस्ट ट्यूब में भरें, उसमें 20 एमएल पानी डाल कर उबालें। जब यह ठंडा हो जाए तब इसमें दो बूंद आयोडीन की डालें। अगर सैंपल नीला हो गया तो इसमें स्टार्च मिला होगा। गंदगी, गंदा पानी और स्टार्च की वजह से यह दूध, दही या पनीर आपका पेट खराब कर सकता है। साथ ही स्टार्च दूध में मिले पोषण को भी कम कर देती है। इसी तहर दूध में पानी की मिलावट की जांच के लिए चिकनी सतह पर दूध की बूंद गिराएं। अगर पानी मिला है तो वह बिना कोई निशान छोड़े तेजी से आगे बह जाएगा। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहेगा और सफेद धब्बा रह जाएगा।
8) काली मिर्च
इसमें पपीते का बीज मिलाया जाता है जिससे यह वजन में बढ़ जाए। पपीते के बीज से आपको लीवर और पेट की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। मिलावट को पहचानने के लिये साबुत काली मिर्च के दाने को शराब में डालें, अगर वह डूब जाती है तो वह ठीक है और अगर वह तैरने लगे तो समझ जाएं कि यह पपीते का बीज है।
9) लाल मिर्च पाउडर
लाल मिर्च पाउडर में घर बनाने वाली ईंट के पाउडर का प्रयोग होता है। इसे टेस्ट करने के लिये पानी में लाल मिर्च पाउडर के सैंपल को डालें। अगर पाउडर पानी के ऊपर ही तैर रहा है तो, वह ठीक है। और अगर ईंट का पाउडर पानी में डूब गया तो लाल मिर्च पाउडर मिलावटी है।
1) पिसी हल्दी
खाने में पिसी हल्दी का रोजाना इस्तेमाल होता है। हल्दी में मेटानिल येलो की मौजूदगी से कैंसर हो सकता है। इसका टेस्ट हल्दी पाउडर में पांच बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड HCL और पांच बूंद पानी डालकर कर सकते हैं। अगर सैंपल बैंगनी, गुलाबी या वॉयलेट हो जाए, तो हल्दी मिलावटी है।
2) चाय की पत्ती
चायपत्ती ठंडे पानी में डालने पर रंग छोड़े तो साफ है कि उसमें मिलावट है या वह एक बार यूज हो चुकी है।
3) हरी मटर
मटर के दाने खरीदें हैं, तो उसमें से एक हिस्से को पानी में डालकर हिलाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें। अगर पानी रंगीन हो जाता है तो नमूने में मेलाकाइट हरे की मिलावट है। ऐसी मिलावटी चीजें खाने से पेट से संबंधित गंभीर बीमारियां (अल्सर, ट्यूमर आदि) होने का खतरा रहता है।
4) चमकदार सेब
चमकदार सेब खाने से बचिये क्योंकि इस पर मोम की परत चढ़ा दी जाती है, जिससे इसमें चमक आ जाती है। सेब को किसी धारदार चाकू से हल्के हल्के खुरचिये और अगर उस पर से मोम निकले तो समझ जाइये कि यह मिावटी है।
5) मसाले
मसाले में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी में अमरूद की छाल मिलाई जाती है। इसे हाथ पर रगड़कर देखें, अगर यह नकली होगी तो कोई कलर नहीं आएगा।
6)सरसों
सरसों को भारी मात्रा में दिखाने के लिये इसमें अर्जेमोने बीज मिलाए जाते हैं, जिससे मोतियाबिंद होने के चांस उन छोटे बच्चों और बूढों में बढ जाते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। इसकी जांच करने के लिये अर्जेमोने के बीज को कूंचेगें तब उसके अंदर सफेद पदार्थ दिखेगा, वहीं पर सरसों को कूंचने पर अंदर पीला रंग दिखेगा।
7) पनीर, खोआ और दूध
एक छोटे से सैंपल को टेस्ट ट्यूब में भरें, उसमें 20 एमएल पानी डाल कर उबालें। जब यह ठंडा हो जाए तब इसमें दो बूंद आयोडीन की डालें। अगर सैंपल नीला हो गया तो इसमें स्टार्च मिला होगा। गंदगी, गंदा पानी और स्टार्च की वजह से यह दूध, दही या पनीर आपका पेट खराब कर सकता है। साथ ही स्टार्च दूध में मिले पोषण को भी कम कर देती है। इसी तहर दूध में पानी की मिलावट की जांच के लिए चिकनी सतह पर दूध की बूंद गिराएं। अगर पानी मिला है तो वह बिना कोई निशान छोड़े तेजी से आगे बह जाएगा। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहेगा और सफेद धब्बा रह जाएगा।
8) काली मिर्च
इसमें पपीते का बीज मिलाया जाता है जिससे यह वजन में बढ़ जाए। पपीते के बीज से आपको लीवर और पेट की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। मिलावट को पहचानने के लिये साबुत काली मिर्च के दाने को शराब में डालें, अगर वह डूब जाती है तो वह ठीक है और अगर वह तैरने लगे तो समझ जाएं कि यह पपीते का बीज है।
9) लाल मिर्च पाउडर
लाल मिर्च पाउडर में घर बनाने वाली ईंट के पाउडर का प्रयोग होता है। इसे टेस्ट करने के लिये पानी में लाल मिर्च पाउडर के सैंपल को डालें। अगर पाउडर पानी के ऊपर ही तैर रहा है तो, वह ठीक है। और अगर ईंट का पाउडर पानी में डूब गया तो लाल मिर्च पाउडर मिलावटी है।
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