बहुत से लोग शराब के सेवन की लत के खतरों के बारे में जानते हैं, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि मारिजुआना का सेवन ज्यादा नुकसान का कारण नहीं बनता है। विशेषज्ञों की इस बात में अलग-अलग राय और मत हैं, कुछ का मानना है कि हां मारिजुआना, शराब जितनी हानिकारक नहीं है, जबकि कुछ दूसरे मानते हैं कि मारिजुआना भी बहुत हानिकारक है और इससे होने वाली हानि की तुलना नहीं की जा सकती। लेकिन जब मौंने इस विषय पर थोड़ी कागज़ी शोध की तो कुछ तथ्य और शोध आदि के परिणाम प्राप्त हुए, जिनसे शराब और मारिजुआना दोनों के ही के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव की जानकारी मिलती है। शराब बनाम मारिजुआना किया जाए तो ये तो कुछ ऐसा होगा जैसे की किसी मुजरिम से पूछा जा रहा हो कि, "भाई फांसी से मरना चाहोगे... या फिर ज़हर पी कर"। तो चलिए जानते हैं कि शराब बनाम मारिजुआना: कौंन कितना है हानिकारक........
नशे की लत से पूरी दुनिया त्रस्त है लेकिन इसमें यूरोपीय देश और अमरीका फैहरिस्त में थोड़ा ऊपर आते हैं। वो अलग बात है कि हमारा देश भी नशे से परेशान देशों की लिस्ट में तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुछ समय पूर्व ही अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने साक्षात्कार में दिये एक बयान में मारिजुआना को सिगरेट की तरह ही एक समय खराब करने वाली अनहेल्दी आदत बताया था हालांकि उन्होंने कहा था कि मारिजुआना, शराब जितनी ख़तरनाक नहीं है। उनका यह बयान भी काफी चर्चा और विवाद में रहा था। कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों उनकी इस बात पर सहमत थे, वहीं कुछ दूसरे इस बात से कतई इत्तफाक नहीं रखते।
ख़ैर यहां बात किसी के बयान की नहीं बल्कि मारिजुआना और शराब से होने वाले नुकसान के बारे में है, जिसमें इन पर हुए शोध और उनके परिणाम बहुत अहमियत रखते हैं। और इन मादक पदार्थों के नुकसान पर हुए शोध के परिणाम ही हमें ये निर्णय लेने में मदद करेंगे कि ये सुरक्षित हैं या नहीं और किसका सेवन कितना हानिकारक हो सकता है।
बहुत से लोग शराब के सेवन की लत के खतरों के बारे में जानते हैं, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि मारिजुआना का सेवन ज्यादा नुकसान का कारण नहीं बनता है। विशेषज्ञों की इस बात में अलग-अलग राय और मत हैं, कुछ का मानना है कि हां मारिजुआना, शराब जितनी हानिकारक नहीं है, जबकि कुछ दूसरे मानते हैं कि मारिजुआना भी बहुत हानिकारक है और इससे होने वाली हानि की तुलना नहीं की जा सकती। लेकिन जब मौंने इस विषय पर थोड़ी कागज़ी शोध की तो कुछ तथ्य और शोध आदि के परिणाम प्राप्त हुए, जिनसे शराब और मारिजुआना दोनों के ही के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव की जानकारी मिलती है। शराब बनाम मारिजुआना किया जाए तो ये तो कुछ ऐसा होगा जैसे की किसी मुजरिम से पूछा जा रहा हो कि, "भाई फांसी से मरना चाहोगे... या फिर ज़हर पी कर"। तो चलिए जानते हैं कि शराब बनाम मारिजुआना: कौंन कितना है हानिकारक........
नशे की लत से पूरी दुनिया त्रस्त है लेकिन इसमें यूरोपीय देश और अमरीका फैहरिस्त में थोड़ा ऊपर आते हैं। वो अलग बात है कि हमारा देश भी नशे से परेशान देशों की लिस्ट में तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुछ समय पूर्व ही अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने साक्षात्कार में दिये एक बयान में मारिजुआना को सिगरेट की तरह ही एक समय खराब करने वाली अनहेल्दी आदत बताया था हालांकि उन्होंने कहा था कि मारिजुआना, शराब जितनी ख़तरनाक नहीं है। उनका यह बयान भी काफी चर्चा और विवाद में रहा था। कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों उनकी इस बात पर सहमत थे, वहीं कुछ दूसरे इस बात से कतई इत्तफाक नहीं रखते।
ख़ैर यहां बात किसी के बयान की नहीं बल्कि मारिजुआना और शराब से होने वाले नुकसान के बारे में है, जिसमें इन पर हुए शोध और उनके परिणाम बहुत अहमियत रखते हैं। और इन मादक पदार्थों के नुकसान पर हुए शोध के परिणाम ही हमें ये निर्णय लेने में मदद करेंगे कि ये सुरक्षित हैं या नहीं और किसका सेवन कितना हानिकारक हो सकता है।
मारिजुआना
सीएनएन के मुख्य चिकित्सा संवाददाता डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, "कुछ लोगों में इस बात के स्पष्ट सबूत मिलते हैं कि मारिजुआना के उपयोग से अनिद्रा, चिंता और मतली आदि लक्षण हो सकते हैं। हालांकि इस पर विचार करने के बाद भी यह कहना कि यह कि उच्च क्षमता है कि मारिजुआना के सेवन के गंभीर दुष्परिणाम हैं, थोड़ा मुश्किल है। मारिजुआना की लत के शारीरिक लक्षण अन्य नशे के पदार्थों जैसे नहीं होते हैं।
सीएनएन के मुख्य चिकित्सा संवाददाता डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, "कुछ लोगों में इस बात के स्पष्ट सबूत मिलते हैं कि मारिजुआना के उपयोग से अनिद्रा, चिंता और मतली आदि लक्षण हो सकते हैं। हालांकि इस पर विचार करने के बाद भी यह कहना कि यह कि उच्च क्षमता है कि मारिजुआना के सेवन के गंभीर दुष्परिणाम हैं, थोड़ा मुश्किल है। मारिजुआना की लत के शारीरिक लक्षण अन्य नशे के पदार्थों जैसे नहीं होते हैं।
शराब
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अल्कोहल एब्यूज एंड अलकोहॉलिस्म के अनुसार देश में सबसे अधिक नुकसानदायक नशे की लत शराब है, और तब भी 21 साल की उम्र में इसका सेवन कानूनी है। अध्ययनों से पता चलता है कि 12 वयस्कों में से एक शराब की लत की समस्या से जूझ रहा है। वहीं अत्यधिक शराब पीने के कारण हर वर्ष 88,000 लोगों की मौत होती है। ज़हरीली शराब तथा शराब के अधिक सेवन की वज़ह से हर साल 1,600 मौतों होती हैं।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अल्कोहल एब्यूज एंड अलकोहॉलिस्म के अनुसार देश में सबसे अधिक नुकसानदायक नशे की लत शराब है, और तब भी 21 साल की उम्र में इसका सेवन कानूनी है। अध्ययनों से पता चलता है कि 12 वयस्कों में से एक शराब की लत की समस्या से जूझ रहा है। वहीं अत्यधिक शराब पीने के कारण हर वर्ष 88,000 लोगों की मौत होती है। ज़हरीली शराब तथा शराब के अधिक सेवन की वज़ह से हर साल 1,600 मौतों होती हैं।
कौंन ज्यादा घातक
जैसा की हम पहले भी बाता चुके हैं कि मारिजुआना और शराब दोनों ही नशीले पदार्थ हैं, तो इसके बीच ज्यादा खतरनाक होने की तुनला करना ही जायज़ नहीं है। लेकिन आंकड़ों के आधार पर भी ऐसा कर पाना जटिल है जटिल एक है। लेकिन वास्तविक्ता तो यह है कि कफी सारे लोग इन दोनों का ही सेवन करते हैं। तो बेहतर तो यही होगा कि इनके दुष्प्रभाव को लेकर यह आपने किसी भी प्रश्न या चिंता के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें क्योंकि वो आपके शरीर की स्थिति ज्यादा बेहतर तरीके से जानता है।
जैसा की हम पहले भी बाता चुके हैं कि मारिजुआना और शराब दोनों ही नशीले पदार्थ हैं, तो इसके बीच ज्यादा खतरनाक होने की तुनला करना ही जायज़ नहीं है। लेकिन आंकड़ों के आधार पर भी ऐसा कर पाना जटिल है जटिल एक है। लेकिन वास्तविक्ता तो यह है कि कफी सारे लोग इन दोनों का ही सेवन करते हैं। तो बेहतर तो यही होगा कि इनके दुष्प्रभाव को लेकर यह आपने किसी भी प्रश्न या चिंता के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें क्योंकि वो आपके शरीर की स्थिति ज्यादा बेहतर तरीके से जानता है।
एक नज़र इससे जुड़ी शोध पर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के भविष्य निगरानी सर्वेक्षण 2010 के अनुसार अमेरिकी किशोरों में खतरनाक रुप से मारिजुआना की खपत में बढ़ोतरी हुई थी। वर्ष 2009 में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों में में नशा करने वालों का प्रतिशत 14.5 था जो कि 2010 में बढ़कर 16 प्रतिशत हो गया था। जबकि बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले युवाओं में मारिजुआना की खपत के चलते सिगरेट के सेवन में कमी आई थी। वर्ष 2010 में तीस दिनों के दौरान उच्च कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों का 21.4 प्रतिशत वर्ग मारिजुआना का सेवन करता था जबकि 19.2 प्रतिशत सिगरेट का सेवन करता था।
इस सर्वेक्षण में यह बताया गया था कि युवाओं में आनंद पान की चाह के चलते नशा करने की लत में चौंकाने वाली वृद्धि हुई, जबकि चिकित्सकों की सलाह पर लिए जाने वाले नशीली दवाओं का सेवन दर भी काफी ऊंचा था।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के भविष्य निगरानी सर्वेक्षण 2010 के अनुसार अमेरिकी किशोरों में खतरनाक रुप से मारिजुआना की खपत में बढ़ोतरी हुई थी। वर्ष 2009 में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों में में नशा करने वालों का प्रतिशत 14.5 था जो कि 2010 में बढ़कर 16 प्रतिशत हो गया था। जबकि बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले युवाओं में मारिजुआना की खपत के चलते सिगरेट के सेवन में कमी आई थी। वर्ष 2010 में तीस दिनों के दौरान उच्च कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों का 21.4 प्रतिशत वर्ग मारिजुआना का सेवन करता था जबकि 19.2 प्रतिशत सिगरेट का सेवन करता था।
इस सर्वेक्षण में यह बताया गया था कि युवाओं में आनंद पान की चाह के चलते नशा करने की लत में चौंकाने वाली वृद्धि हुई, जबकि चिकित्सकों की सलाह पर लिए जाने वाले नशीली दवाओं का सेवन दर भी काफी ऊंचा था।
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